हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास । लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरे होगी हर आस ।।
राधे राधे.....!! हे मेरे श्याम , फ़रियाद तो वहाँ होती है जहाँ ऐतबार न हो मुझे तो यकीन है तुम बिन कहे मेरे दिल की बात जान लेते हो मत…
नींद छीन रखी है मेरी,तेरी यादों ने ‘श्याम’, गिला तेरी दुरी से करूँ या अपनी चाहत से..!!
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद.! " श्याम" से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद !! जय श्री श्याम भाव भरे हों आँख में आँसू…
वो शरीर ही किस काम का… जो नाम ना ले श्याम का…
"चूम "लू उस" राह "को जो तेरे "दर" पे लेके जाती है। "टेक "लू" माथा "उस हर "मोड़" को जो तेरे "दर "का "रास्ता" बताती "है "वार" दू अपनी "जिंदगी…
मत लेना साँवरे परीक्षा हमारी, बिन तेरे क्या है हस्ती हमारी साथ ऐसा मुझे दे दे मेरे साँवरे सजी रहे सदा बगिया हमारी
ये दुनिया जिस ढाई अक्षर के , नाम मे उलझी है..! लोग उसे प्यार कहते है.... और हम जिस ढाई अक्षर मे उलझें है , उसे श्याम कहते है..!! जय…
माटी का शरीर तेरा… एक दिन माटी में ही मिल जायेगा, ले शरण बाबा “श्याम” की….. तेरा जीवन सफ़ल हो जायेगा.
कान्हा ... जिनमें हो सिर्फ तेरी बातें मैंने उन अल्फाज से मोहब्बत की है!! तुझसे मिलना तो बस एक ख्वाब सा लगता है प्यारे!! इसलिए मैने तेरे इंतजार से मोहब्बत…
हारे का सहारा है ये, इससे ज्यादा कोई राज नहीं मेरे सिर पर हाथ है इसका, इससे महँगा कोई ताज नहीं
फना कर दो अपनी सारी जिन्दगी मेरे कान्हा के कदमों में ., दुनिया मे यही एक हसती है जिसमें बेवफाई नहीं होती कोई कहता है मुहूर्त देख कर निकला करो.,…
मत लेना साँवरे परीक्षा हमारी, बिन तेरे क्या है हस्ती हमारी, साथ ऐसा मुझे दे दे मेरे साँवरे, सजी रहे सदा बगिया हमारी
?? खाटू मे बैठा बाबा, सबकी बिगड़ी बनाएगा, ना कर चिंता परिवार की, ना कर चिंता करोबार की.. सब कुछ देने वाला ये ही है, बैठे बैठे सारे काम बनाएगा,…
गिरा ना पाओगे लाख चाहकर भी, मेरी शख्सियत को, क्योंकि…..मेरा कारवां मेरे श्याम के नाम से चलता है।
डूब ना जाए मेरी नौका कही। पार करना चूकना मौका नही। तेरी नजरो का इशारा चाहिए। मेरी कश्ती को किनारा चाहिए। ?लाखों अदाओं की अब जरुरत ही क्या है, ??…
“श्याम” नाम की चाबी ऐसी हर ताले को खोल दे काम बनेंगे उसके सारे जो एक बार “जय श्री श्याम” बोले दे
प्यार का मकान है तेरे हाथ में, कभी आराम तो कभी तूफ़ान है तेरे हाथ में, राधा का हाथ देख कर कहा था ज्योतिष ने, तु भले ही गोरी है…
गज़ब के खरीदार हो तुम कान्हा , बस यूँ मुस्कुरा देते हो और हम बिक जाते है
हे मेरे बिहारीजी सभी तीर्थ एक बार करने से मन को तसल्ली हो जाती है पर आपकी चोखट पर हमारी नज़रें हमेशा लगी रहती हैं ऐ मेरे प्यारे कभी आप…